नववर्ष की पूर्व संध्या पर हजारों की संख्या में बाहरी राज्यों से पर्यटक शिमला आयें पर हर साल की तरह इस साल भी उन्हें गाड़ी पार्क करने के लिए जूझना पड़ाl गाड़ी पार्क करने की सीमित जगह होने की वजह से पार्किंग स्थलों में पर्यटकों को खूब ठगा गया।

लिफ्ट व हाई कोर्ट के समीप नगर निगम की पार्किंग में छह घंटे गाड़ी पार्क करने की फीस 40 रुपए निर्धारित है, जबकि इन स्थलों पे पर्यटकों से 200 से 250 रुपए तक वसूल किए गए। वैसे तो ये सिलसिला 24 दिसम्बर से शुरू हो गया था पर प्रशासन स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद कल यानि नववर्ष की पूर्व संध्या पर ही हरकत में आया और दो पुलिस जवानों को तैनात कियाl हैरत की बात ये है की पहले से ही पुलिस के जवान इन पार्किंग के समीप ही तैनात रहते है पर इन्होने किसी को भी इसे रोकने की पहल नहीं की बल्कि उल्टे टूरिस्ट की शिकायत पे उन्हें यातायात अवरुथ करने के लिया कहा, और उन्हें वंहा से गाड़ी निकलने को कहाl लिफ्ट व हाई कोर्ट के समीप नगर निगम की पार्किंग में ही नहीं बल्कि अन्य पार्किंग में भी इस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाई गयी हैl

इस तरह की हरकत पहली बार नहीं हुई है बल्कि इन जगहों पर हर साल इस्सी तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है और पर्यटकों को लुटा जाता हैl वैसे तो हर प्रशासनीक अधिकारी, राजनेता और अन्य विचारक शिमला और अन्य पहाडी इलाकों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करवाना चाहते है पर छोटी छोटी चीजें जिन से सबसे जयादा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, उन पर धयान नहीं दिया जाताl हर साल पर्यटक शिमला की पार्किंग और सड़क की समस्या से जूझता है पर स्थानिया प्रशासन मूक बन कर तमाशा ही देखता रहता है l ऐसा नहीं है की किसी को इस तरह की हरकतों का पता नहीं चलता बल्कि पता नहीं किन कारणों से छुपी साधने के लिए विवश रहता है l