पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने रेलवे किराये में वृदि को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा की रेल किराये में वृदि करके पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी के हितों पर कुठाराघात किया हैl प्रेम कुमार धूमल ने किराये में हुई वृदि को न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं बल्कि अस्वीकार भी किया हैl

धूमल ने कहा की संसद बजट सत्र से दो महीने पहले रेल भाड़े में वृदि करके कांग्रेस ने अलोकतांत्रिक और जनविरोधी काम किया हैl अगर कांग्रेस सरकार रेलवे किराये में वृदि करना चाहती तो रेल बजट के माध्यम से किराये वृदि का प्रस्ताव संसद में रखती और तत्पश्चात ही इसपे निर्णय लेतीl परन्तु कांग्रेस ने आम आदमी के हितो को दरकिनारे करते हुए यह कदम उठाया हैl

धूमल ने आरोप लगाया की इस तरह से लोक विरुद्ध काम कर के केंद्र की सरकार इस देश को बर्बाद करने पर तुली हैl धूमल ने केंद्र सरकार को अपने फेसले पर पुनर्विचार करने को कहा और इससे तुरंत वापिस लेने का सुझाव भी दियाl

उलेखनिया है की केंद्र सरकार ने तक़रीबन दस साल बाद रेल के किराये में आंशिक वृदि की है जिसके लिए सरकार ने तर्क दिया है की देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और बढते आर्थिक घाटे को कम करने के लिए रेल किराये में वृदि करना ज़रूरी थाl