हिमाचल की शांत वादिओं मे राजनेतिक गुप्त्गुह से हलचल का माहोल गर्म हैl एक के बाद एक भाजपा या फिर यूँ कहे की प्रेम कुमार धूमल विरोधी आजकल मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मुलाकात कर रहा है और शायद अपनी राजनेतिक गोटियाँ फिट करने के जुगाड़ मे लगें हैl

ऐसा ही कुछ तपोवन स्थित विधानसभा परिसर मे हुआ जब कांगड़ा-चंबा के भाजपा सांसद राजन सुशांत ने गुरुवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से भेंट की। हालाकिं राजन सुशांत इसे औपचारिक भेंट बताते हुए नए मुख्यमंत्री को बधाई देने की बात कर रहे हैं, लेकिन सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरमा गया है और राजनेतिक सूझ बुझ रखने वाले नए समीकरण उभरने के कयास लगा रहे हैं।

भाजपा सांसद राजन सुशांत लंबे अरसे से प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है और उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप भी धूमल और उनके कुछ करीबी मंत्रिओं पर लगाए थेl बहरहाल काफी आरोप प्रत्यारोप के बाद सुशांत पर अनुशान्हीनता का आरोप जड़कर पार्टी से निलंबित कर दिया था और विधान सभा चुनाव मे भाजपा के उनकी पत्नी को टिकट न मिलने पर वह निर्दालिया ही चुनाव मैदान मे उतर गयी थी और जिससे कांग्रेस प्रतिनिधि का रास्ता आसन हो गया थाl

वैसे राजन सुशांत उस भगवा ब्रिगेड का हिस्सा रह चुके है जिसने हिमाचल मे भाजपा का परचन न केवल खड़ा किया बल्कि उससे सफलतापूर्वक लहराया भी पर वर्तमान पार्टी नेतृत्व के उपेक्षा के चलते उनके राज्य इकाई से दूरियां बढती गयी और आज हाशिये पर भी पहुँच गएl वैसे राजन सुशांत की मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मुलाकात की मंशा तो उनके राजनेतिक स्वार्थ से जोड़ के देखी जा सकती है पर वीरभद्र सिंह जो की राजनीती के मंझे हुए खिलाडी है और दुसरे की चल पर उसी को मात देने का हुनर बखूबी जानते है, किस तरह से सुशांत नाम के गटु से विरोधी की मज़बूत दीवार गिराने के लिया उपयोग मे लायेंगे ये देखने वाली बात हैl

वैसे राजन सुशांत अकेले भाजपा नेता नहीं है जिन्होंने वीरभद्र सिंह का हाथ थामा है पर पूर्व भाजपा सांसद एवं हिलोपा के विधायक महेश्वर सिंह भी इसी फेरियत मे अपना नाम दर्ज कर चुके है और आजकल वीरभद्र सिंह के करीबियों मे गिने जाते हैl वैसे कयास लगाया जा रहा है कि वीरभ्रद सिंह भाजपा के विभीषण रूपी बागियों के सहयोग से पार्टी के मज़बूत दुर्ग को ध्वस्त करने की फ़िराक मे है और इसकी नीव को कमज़ोर करने के लिए सरकार मे उनके खासमखास रहे अधिकारियों को नापने की तैयारी भी कर चुके हैं और किसी कमज़ोर कड़ी को ढूंड रहे हैl