शिमला: आयकर विभाग द्वारा आज विभिन्न व्यापारिक संस्थाओं के लिए कर एकत्रण तथा वसूलने के प्रावधानों पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें होटल ऐसोसिएशन व्यापार मण्डल, चार्टरड एकउटेन्ट, चैम्बर आफ कामरस तथा अन्य व्यावसायिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।

इस अवसर पर उत्तरी, पश्चमी क्षेत्र के आयकर विभाग के आयुक्त एच.सी. नेगी ने उपसिथत लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जो भी टैक्स इक्कठा किया जाता है वह राष्ट्र निर्माण के कार्य में तथा सरकार द्वारा चलार्इ जा विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए इस्तेमाल किया जाता है ।

उन्होंने बताया कि हि.प्र. में टी.डी.एस के तौर पर 590 करोड़ का टैक्स इक्कठा किया जाता है इसके अलावा 980 करोड़ के लगभग नियमित तौर आयकर भी इक्कठा किया जाता है। इस तरह प्रदेश से लगभग 1600 करोड़ रू. का टैक्स विभाग द्वारा इक्कठा किया जाता है । उन्होंने बताया कि इस बार टी.डी.एस. के तौर पर 727 करोड़ के टैक्स का एकत्रण का लक्ष्य है ।

उन्होंने कहा कि जेवरातों की 5 लाख से ऊपर की नकद खरीद पर एक प्रतिशत टैक्स देना होगा तथा ठोस सोने की 2 लाख की नकद खरीद पर भी एक प्रतिशत टैक्स देना होगा । अचल सम्पति के 50 लाख और उसके ऊपर की खरीद पर खरीददार से एक प्रतिशत टी.डी.एस. काटा जाना अनिर्वाय है ।

इस अवसर पर आयकर आयुक्त शिमला रमेश चन्द ने बताया कि शिमला में वर्ष 2012-13 में 3496 लोगों ने जिनकी आय 5 लाख से उपर है आयकर की रिटर्न ही नही भरी है । उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की ऐसे सभी संस्थाओं और व्यकितयों पर नजर है इसलिए आवश्यक है कि समय से पहले वह अपनी रिटर्न भरें । उन्होंने बताया कि शिमला में केवल 10 व्यकित ही सम्पति कर की रिटर्न भर रहे हैं । अतिरिक्त आयकर आयुक्त शिमला ने कार्यशाला के बारे में जानकारी दी और कहा कि आनलार्इन रिटर्न भरते हुए सभी लिक्ंस भरने जरूरी है ।