हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के एक वर्ष के घोटालों, सरकार की अकुशलता तथा अकर्मण्यता पर राज्यपाल को दी गई चार्जशीट पर कांग्रेस की हाय-तौबा को अनावश्यक बताया है। पार्टी ने कहा कि यह चार्जशीट तथ्यों के आधार पर है न कि किसी हवाई आरोप पर । पार्टी ने कहा कि सरकार के एक साल का कार्यकाल भ्रष्टाचार एवं घोटालों के रिकार्ड बनाने वाला साबित हुआ है।

पार्टी प्रवक्ता गणेश दत ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कांग्रेस पार्टी की तरह भाजपा ने दिल्ली में जाकर कांग्रेस पार्टी के नेता को चार्जशीट नहीं सौंपी है जैसा कि भाजपा कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी ने अपनी चार्जशीट हिमाचल के राज्यपाल को देने की जगह, दिल्ली में जाकर एक पार्टी के नेता को सौंपी थी, जो तथ्यों के विपरीत एवं भाजपा के नेताओं को एवं तत्कालिक सरकार को बदनाम करने का एक षड़यंत्र था। उसके विपरीत भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के एक वर्ष के कार्यकाल की घोटालों एवं भ्रष्टाचार की चार्जशीट, हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल को सौंपी हैं।

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने भाजपा द्वारा सौंपी चार्जशीट की जांच सी बी आई से कराने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं का यह कहना कि चार्जशीट झूठ का पुलिंदा है तो कांग्रेस को जांच से नहीं डरना चाहिए बल्कि इसको शीग्र ही जांच के लिए भेज देना चाहिए।

प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि यदि प्रदेश सरकार के सभी मंत्री निश्कलंक और ईमानदार हैं तो उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है। भारतीय जनता पार्टी बदले की भावना से कभी कार्य करने में विश्वास नहीं रखती और सबके साथ न्याय करती है तथा किसी के विरूद्ध झूठे केस नहीं बनाती है।

भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल बड़े पैमाने पर तबादला उधोग चलाने पर, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को बदनाम करने पर तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं के विरूद्ध झूठे केस बनाने में पूरा समय लगा दिया है तथा जनकल्याण की योजनाएं पूरी तरह से ठप्प हो गई हैं। पार्टी ने कहा कि यह बडे़ हैरानी का विषय है कि दिहाड़ीदार मजदूर की एक पैसा भी दिहाड़ी नहीं बड़ाई जबकि मंगाई का सबसे अधिक बोझ आम गरीब और दिहाड़ीदार मजदूर के उपर पड़ रहा है। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले एक वर्ष में सरकार अपनी प्राथमिकताएं तय नहीं कर पाई कि उसे प्रदेश को किस दिशा में ले जाना है। सरकार को यह तय करना चाहिए कि प्रदेश को विकास की ओर ले जाना है या प्रदेश को विनाश के कगार पर खड़ा करना है।

पार्टी ने कहा कि चार्जशीट पूरी तरह तथ्यों पर आधारित है। किसी के विरूद्ध द्वेष की भावना से चार्जशीट में किसी व्यकित का नाम अनावश्यक नहीं जोड़ा गया है। पार्टी ने कहा कि इस चार्जशीट की जांच सी बी आई से करवायी जाए जिससे पता चल सके कि पिछले एक वर्ष में प्रदेश की सरकार में किस स्तर तक भ्रष्टाचार और घोटालों का नया रिकार्ड बना है।