शिमला:शिमला: आज विश्व विकलांगता दिवस के अवसर पर समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मूक बद्धिर एवं दृषिटवाधित स्कूल ढली में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त शिमला डी.डी. शर्मा ने की ।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मानसिक एवं शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों के कल्याण के विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकलांग व्यकितयों प्रतिभा को उजागर करने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग का सहयोग आवश्यक है । इस सम्बन्ध में गैर सरकारी संगठन तथा समाजिक संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है । उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा इस माह 7 दिसम्बर को जुब्बल, में विकलांगता आंकलन एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है । इसी प्रकार के शिविर 18 दिसम्बर को धामी तथा 21 दिसम्बर को ठियोग, में आयोजित किए जाएगें । इन शिविरों में चिकित्सा बोर्ड द्वारा विंकलाग व्यकितयों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी तथा मौके पर ही पात्र विंकलाग व्यकितयों को विकलांगता प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएगे।

उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग का दायित्व है कि वे अक्षम एवं विकलांग व्यकितयों के प्रति सहानुभूति पूर्ण रवैया अपनाएं तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का भरसक प्रयास करें ।

इस अवसर पर बच्चों की चिकित्सा परीक्षण भी किया गया तथा विभिन्न खेलकूद, चित्रकला, सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं में उड़ान, अभी संस्था के मानसिक अक्षम बच्चों के अलावा दृषिटहीन एवं मुकबद्धिर स्कूल ढली के बच्चों ने भाग लिया । इन विशेष बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। म्यूजिकल चेयर, रस्सा कस्सी प्रतियोगिता में मुकबद्धिर स्कूल ढली तथा रा.व.मा.पा. ढली के बच्चों ने भाग लिया । इस प्रतियोगिता में मुकबद्धिर स्कूल ढली के बच्चे विजयी हुए ।

जिला कल्याण अधिकारी ओंकार चंद ने सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। अस्पताल कल्याण सभा की जिला रैड क्रास सोसायटी शिमला की चेयर पर्सन प्रतिमा मल्होत्रा द्वारा सभी अक्षम एवं विकलांग बच्चों को गर्म अंर्तवस्त्र प्रदान किए । अतिरिक्त उपायुक्त श्री डी.डी.शर्मा ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया । इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डी.के.रतन, मंजु रतन, तहसील कल्याण अधिकारी भी उपसिथत थे ।